संसद का मॉनसून सत्र शुरू, जीएसटी को दिया फिर ‘नया नाम’

संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हाे गया है. यह सत्र कई मायनों में काफी महत्वूर्ण है. संसद का यह सत्र 11 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान देश को नया राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति मिल जायेगा. सत्र में कश्मीर, चीन, गौरक्षा जैसे बड़े मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद कल तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के माॅनसून सत्र पर संसद परिसर में अपना वक्तव्य दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज संसद का मॉनसून सत्र का प्रारंभ हो रहा है. जैसे गर्मी के बाद पहली वर्षा एक नयी सुगंध मिट्टी में भर देती है, वैसे ही यह मॉनसून सत्र जीएसटी की सफल वर्षा के कारण पूरा सत्र नये सुगंध व नये उमंग से भरा होगा. जब देश के सभी राजनीतिक दल, सभी सरकारें सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रहित के तराजू प र तौल कर निर्णय करती हैं तो कितना महत्वपूर्ण राष्ट्रहित का काम होता है, वह जीएसटी में सफल और सिद्ध हो चुका है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जीएसटी के लिए नयी तुकबंदी की, उसे नया नाम दिया. उन्होंने इसे गोइंग स्ट्रांगर टूगेदर स्प्रीट (एक साथ विकसित और मजबूत होना) नाम दिया और कहा यह जीएसटी स्प्रीट का दूसरा नाम है. इससे पहले जीएसटी लागू पर प्रधानमंत्री ने इसे गुड एंड सिंपल टैक्स बताया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सत्र भी जीएसटी स्प्रीट के साथ आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि यह सत्र अनेक रूप से महत्वपूर्ण है. 15 अगस्त को हम आजादी की 70 साल पूरा कर रहे हैं. नौ अगस्त को सत्र के दौरान ही अगस्त क्रांति के 75 साल पूरे हो रहे हैं. यही सत्र है जब देश को नये राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनने का अवसर मिला है. एक प्रकार से राष्ट्रजीवन के अत्यंत महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा यह कालखंड है. इसलिए देशवासियों का विशेष ध्यान इस महत्वपूर्ण सत्र की ओर रहेगा.

संवाददाता, ऋषभ अरोड़ा

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