बिहार विधान परिषद के लिए सीएम नीतीश, सुशील मोदी और कांग्रेस के प्रेमचंद्र ने किया नामांकन

बिहार विधान परिषद चुनाव के चुनाव में नामांकन के आज अंतिम दिन राजद के अलावा बाकी पार्टी के प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया. आज जदयू, भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने नामांकन किया. इन पार्टियों के उम्मीदवारों का एलान रविवार तक स्पष्ट हो गया था. इससे पूर्व शुक्रवार को राजद की ओर से तीन और एक हम के प्रत्याशी ने अपना नामांकन दाखिल किया था. इनमें राजद से राबड़ी देवी, रामचंद्र पूर्वे व सैयद खुर्शीद मोहसीन शामिल हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र व ‘हम’ के प्रत्‍याशी संतोष मांझी को राजद का समर्थन है. सोमवार को कांग्रेस की  ओर से प्रेमचंद्र मिश्रा और जदयू की ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा कुमार खालिद और रामेश्‍वर महतो ने नामांकन दाखिल किया. वहीं भाजपा की ओर से उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के साथ संजय पासवान ने नामांकन दाखिल किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और भाजपा के संजय पासवान एक साथ नामांकन करने के लिए पहुंचे थे.

नामांकन का आज आखिरी दिन है. जानकारी के मुताबिक अभी तक की जो स्थिति है, उसके मुताबिक चुनाव की नौबत नहीं आयेगी और सभी उम्मीदवारों का निर्विरोध जीतना लगभग तय है. नामांकन पत्रों की जांच के बाद उम्मीदवारों के जीत की घोषणा संभव है. प्रेमचंद्र मिश्रा ने नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें आज से पहले पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी दी, चाहे वह एनएसयूआई के अध्यक्ष के रूप में हो, या फिर पार्टी के महासचिव के रूप में, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाया है. उन्होंने कहा कि अब जबकि उन्हें पार्टी की ओर से विधान परिषद में भेजा जा रहा है, इसलिए वह सदन के अंदर सकारात्मक बातों के जरिये जनहित में बेहतर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि महागठबंधन बिल्कुल एकजुट है और वह आने वाले दिनों में राज्य की बागडोर संभालेगा. पार्टी की ओर से प्रत्याशी बनाये जाने पर प्रेमचंद्र मिश्रा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने मुझ पर भरोसा किया है.

बताया जा रहा है कि भाजपा की ओर से सुशील मोदी और मंगल पांडेय का नाम पहले से तय माना जा रहा था, लेकिन नामांकन से चौबीस घंटे पहले संजय पासवान  का नाम अप्रत्याशित रूप से सामने आया और उस पर पार्टी की मुहर भी लग गयी. मालूम हो कि सुशील मोदी तीसरी बार और मंगल पांडेय दूसरी बार विधान परिषद के लिए चुने जायेंगे. संजय पासवान 13वीं लोकसभा के लिए नवादा से चुने गये थे. वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में संचार राज्यमंत्री बनाये गये थे. हाइप्रोफाइल उम्मीदवारों के नामांकन को देखते हुए विधानसभा परिसर में  सुबह से गहमागहमी रहने है. मालूम हो कि नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी 17 अप्रैल को जबकि नामांकन वापसी 19 अप्रैल तक होगी. 11 से अधिक उम्मीदवारों के नामांकन होने की स्थिति में 26 अप्रैल को चुनाव होगा.

जेडीयू के तीन उम्‍मीदवारों में नीतीश कुमार के अलावा कुमार खालिद और रामेश्‍वर महतो एमएलसी के प्रत्‍याशी हैं. 2019 के आम चुनावों से पहले पार्टी ने इस बार दो नये चेहरों को विधान परिषद भेज रही है. जानकारी के मुताबिक पार्टी ने रोटेशन के क्रम में अपनी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और एमएलसी संजय सिंह का भी टिकट काट दिया है. विधान परिषद में नीतीश कुमार के अलावा दो नये चेहरे चुने गये हैं. अंदरखाने से जो खबर आ रही है उसके मुताबिक टिकट काटे जाने की आधिकारिक सूचना संजय सिंह को दे दी गयी है.

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