पटना: फुलवारीशरीफ में डकैतों से सीए ने लिया लोहा,दोनों तरफ से चली गोलियां,पुलिस को ख़बर भी नहीं

फुलवारीशरीफ : फुलवारीशरीफ थाना से महज दो किलोमीटर दूर नोहसा के उस्मान नगर कॉलोनी में रिटायर्ड सिविल सर्जन के घर डाका डालने पहुंचे डकैतों और सिविल सर्जन में मुठभेड़ हो गयी.
इस घटना में रिटायर्ड सिविल सर्जन हसनैन आजम ने डकैतों को अपनी लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग कर ललकारा. इसके जवाब में डकैतों ने भी फायरिंग कर दहशत फैलाने का प्रयास किया. यह घटना बुधवार की देर रात साढ़े बारह बजे की बतायी जा रही है. इससे पहले भी इस कॉलोनी में रिटायर्ड वायरलेस इंस्पेक्टर मो नसीरउद्दीन के घर में भी करीब एक साल पहले भीषण डकैती हुई थी. इस संबंध में पूर्व सिविल ने बताया कि नोहसा के उस्मान कॉलोनी में देर रात पूरे परिवार के साथ सो रहे थे. इस दौरान देर रात एहसास हुआ कि छत के रास्ते से नीचे उतरने वाले गेट के ग्रिल को काटा जा रहा है.
पूर्व सिविल ने बताया कि ग्रिल काटने की आवाज सुन कर हम अपनी लाइसेंसी बंदूक लेकर छत की तरफ बढ़े और डकैतों को ललकारा, तो वे लोग भागने लगे. खिड़की के रास्ते जब हमने झांक कर देखा, तो हमारी बाउंड्री और गली में करीब आधा दर्जन हथियारबंद डकैत खड़े थे. इसके बाद हमने अपनी लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग की, तो जवाब में डकैतों ने भी फायरिंग कर हमें डराने का प्रयास किया. रिटायर्ड सिविल सर्जन हसनैन आजम ने बताया कि इसके बाद हमारे कॉलोनी के लोग जमा होने लगे, तो डकैतों को भागना पड़ा.
इस दौरान दोनों ओर से चार राउंड फायरिंग हुई. गौरतलब हो कि करीब एक साल पहले इस कॉलोनी में रिटायर्ड वायरलेस इंस्पेक्टर मो नसीरउद्दीन के घर में भी भीषण डकैती हुई थी. डकैतों की धमक से एक बार फिर से नोहसा और उसके आसपास बसी कॉलोनियों के लोगों में दहशत कायम हो गया है. इस संबंध में थानेदार मुस्तफा कमाल कैसर ने बताया कि हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गयी है.

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