थरूर साहब 2019 में देश हिंदू पाकिस्तान नही, हिंदू हिंदुस्तान बनेगा- अतुल गंगवार

अतुल गंगवार

कांग्रेसी नेता शशि थरूर की चिंता है कि अगर 2019 में बीजेपी सत्ता में आ गयी तो भारत हिंदू पाकिस्तान बन जायेगा। बिल्कुल वाजिब चिंता है उनकी। लेकिन सवाल यह है कि अगर भारत हिंदू पाकिस्तान क्यों बनेगा वो हिंदू हिंदुस्तान क्यों नही बनेगा ? इन्हें डरना तो तब चाहिए जब 2019 में मोदी माफ कीजिएगा बीजेपी चुनाव हार जायेगी और भारत मुस्लिम पाकिस्तान बन जायेगा। शशि साहब का ये भी कहना है कि भारत के विभाजन की जिम्मेदार भी यही विचारधारा यानि आर एस एस है। गजब है भाई कहां से इतना पढ़ लिख कर आते हो।

भारत का विभाजन तो बंधु आपकी कांग्रेस के द्वारा किया गया था। इस विभाजन के पीछे सीधे सीधे नेहरू की सत्ता लौलुपता थी। वरना वो गांधी जी की आड़ लेकर सरदार पटेल से कॉंग्रेस अध्यक्ष का पद ना हथियाते। देश का विभाजन नेहरू और जिन्ना की महत्वाकांक्षा के चलते हुआ। विभाजन की त्रासदी जिन लोगों ने झेली है आज भी अगर वो उस वक्त के बारे में सोचते होंगे तो शायद सो नही पाते होंगे। गांधी जी ने कहा था कि देश का विभाजन उनकी लाश पर होगा, देश का विभाजन हुआ, वो जीवित रहे। याद रखिएगा थरूर साहब पंडित नेहरू का राजतिलक लाखों हिंदुओं-सिखों के रक्त से हुआ था। हजारों बहनों ने अपनी अस्मिता लुटाकर इस राजतिलक की कीमत चुकाई थी। आप कहते हैं कि ये आर एस एस या हिंदुवादी सोच के लोग देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार हैं? कैसे? विभाजन के जिम्मेदार ये लोग और सिंहासन पर बैठे नेहरू साहब? बढ़िया है।

देश दो हिस्सों में बंट गया एक बना मुस्लिम पाकिस्तान और दूसरा हिंदुस्तान। हिंदुस्तान के लोगों को लगा की समस्या निपट गयी। क्योंकि आज़ादी की लड़ाई में मुस्लिम लीग के लोग पाकिस्तान की मांग कर रहे थे। बंगाल में हिंदुओं के रक्त से होली खेली जा रही थी। उनकी मां,बीवी,बहन, बेटियों की अस्मिता के साथ खेला जा रहा था। देश के अन्य हिस्सों में जहां मुसलमान संख्या में अधिक थे वहां के हालात भी हिंदुओं सिक्खों के लिए बदतर होते जा रहे थे। कॉंग्रेस के लोग तमाशा देख रहे थे। उन्हें इंतजार था कि कब उन्हें राजपाट मिले। सवाल ये है कि विभाजन के बाद जब मुस्लिम पाकिस्तान बन गया था तो आपकी कॉंग्रेस ने हिंदू हिंदुस्तान क्यों नही बनने दिया?

मेरा एक सवाल है- क्या बंटवारा ठीक हुआ था? मान लीजिए आप दो भाई हैं। आपमें संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है आपके पिता कहते हैं कि अगर तुम लोग साथ नही रह सकते तो कोई बात नही मैं तुम्हारे बीच बंटवारा कर देता हूं। आप मान जाते हो। सब चीजों का बंटवारा हो जाता है। आपका भाई अब अलग हो गया है, लेकिन आपके पिता ने कहा हैं कि बेटा तुम्हारा बंटवारा तो हो गया है लेकिन तुम अपनी बड़े भाई के घर आ सकते हो। रह भी सकते हो। आपका छोटा भाई आपके घर में आने लगता है। रहता भी है रात बिरात। अब आपके पिता तो रहे नही। लेकिन आपका भाई आपके घर में भी हक जमाने लगा है। क्या आप उसका हक मानोगे। अपने हिस्सें में से उसे हिस्सा दोगे? जवाब आपका आप जानें। मुझे तो लगता है ऐसे भाई के हाथ पांव तोड़ देने चाहिएं।

खैर साहब बंटवारा हुआ हिंदू मुसलमान के नाम पर। लेकिन ना जाने क्यूं गांधीजी  ने कहा मुसलमान यहां रह सकते हैं। चलिए रहने में क्या बुराई है लेकिन आपने उनके लिए विशेष दर्जे की व्यवस्था की। उन्हे अल्पसंख्यक मानते हुए उनके लिए विशेष अधिकारों की बात की। नतीजा जिन लोगों को विभाजन के लिए शर्मिंदा होना चाहिए था। लाखों हिंदू-सिक्खों के कत्लेआम के लिए माफी मांगनी चाहिए थी। उनकी बहन-बेटियों की इज्जत लूटने के गुनाह की सजा मिलनी चाहिए थी वो लोग इस देश में विशेष अधिकारों के साथ रहने का हक पा गए। गांधी जी पाकिस्तान के मुसलमानों के मसीहा बनकर, बात बात में अनशन करके उन्हें उनका हक दिलाने में लग गए। हिंदुओ पर क्या बीत रही है, पाकिस्तान में उनके साथ कैसा सलूक हो रहा है। कैसे पाकिस्तान से रेल के डब्बों में लाशें भर कर आ रहीं हैं। इसकी चिंता उन्हें नही थी।

बात इतने पर खत्म हो जाती तो भी बस था। आज आज़ादी के इतने सालों बाद भी हिंदुओं-सिक्खों की हालत इस देश में क्या है? आज भी बहुसंख्यक होने का दंश उसे झेलना पड़ रहा है। कहने को तो वो इस हिंदुस्तान का मालिक है लेकिन उसकी वास्तविक स्थिति किसी दोयम दर्जे के नागरिक सी है। कश्मीर का हिंदू आज अपने ही राज्य से बाहर निकाल दिया गया है, लेकिन ये कॉंग्रेस कभी उसके हक के लिए नही लड़ पायी। जो सरकार लड़ना चाहती है उसके राह में रोड़े अटकाने का काम बखूबी कर रही है। कश्मीर के अलगाववादी नेताओ से गलबहियां करने वाली कॉंग्रेस आजतक कश्मीरी पंडितो के हक के लिए नही खड़ी हुयी है। कश्मीरी आतंकियों ,पत्थरबाजों के मानवाधिकारों की तो इन्हें चिंता है लेकिन वहां निस्वार्थ देशहित में प्राणों की बाजी लगाने वाले जवानों के किसी अधिकार की इन्हें चिंता नहीं है। कांग्रेस के नेता पाकिस्तान जाकर मोदी से निपटने की योजना बनाते हैं। इनके संजय निरूपम जैसे नेता बहादुर सैनिकों की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं।

आपकी सरकार शंकराचार्य जैसे पूज्य हिंदू धर्म के मार्गदर्शक को झूठे आरोप में फंसाकर जेल भेज देती है। आप षडयंत्र करके गोधरा में रेल जलाते हैं। आप समझौता एक्सप्रेस बमकांड में असली दोषियों को छोड़कर हिंदू साध्वी और सेना के अफसरों को फंसाने की साजिश रचते हो। आप मुस्लिम आतंकवादियों को कभी खुलकर ललकार नही पाये, हिंदू आतंकवाद का शब्द गढ़ते हो। आपकी हिम्मत स्वर्ण मंदिर में सेना को भेजने की तो होती है लेकिन कभी किसी मस्जिद में घुसकर देश की सत्ता को चुनौती देने वाले इमाम को पकड़ने की औकात तुम्हारी नही होती। आज शरिया लागू करो की मांग हो रही है, अगर ये मांग नही मानी जायेगी तो देश के टुकड़े करने की बात की जा रही है और आपको डर लग रहा है देश हिंदू पाकिस्तान बन जायेगा। आपके नेता देश के टुकड़े होंगे हजार जैसे नारे लगाने वाले नेताओं के साथ मुस्कराते फोटो खिचवाते नज़र आते हैं।

कश्मीरी पंडितों के घर की चिंता कभी कॉंग्रेस को नही हुयी। बांग्लादेशी मुसलमानों और रोहिंग्याओं के दर्द में रातों को सो नही पाते हैं। आपको न्याय मिलने में चाहें जितना समय लगे लेकिन इनके लिए रातों को भी अदालतें खुलवा दी जाती हैं। पाकिस्तान में हिंदू सिक्खों की संख्या कम होती जा रही है, लेकिन यहां आपकी औकात इनका परिवार नियोजन करवाने की भी नहीं है। यहां एक मुसलमान पर कुछ भी होता है तो आप सड़कों पर उतर आते हैं अभी पाकिस्तान में एक सिख पुलिसवाले को परिवार सहित मारा पीटा गया, घर से बाहर निकाला गया। अफगानिस्तान में सिक्खों-हिंदुओं पर आत्मघाती हमला हुआ 20 लोग मारे गए, आपने कोई मोमबत्ती नही जलाई। हर वो चीज जो बातचीत से तय हो सकती थी उसके विरोध में आप खड़े हैं।

देश के मुसलमानों को ये बात समझनी चाहिए आपके बुज़ुर्गों ने अपने लिए पाकिस्तान ले लिया था। आप यहां इसलिए रह रहें हैं कि यहां के बहुसंख्यकों ने आपको रहने दिया है। शांति से रहिए, प्रेम से रहिए। बेशर्मों की तरह खैरात में मिली इस जगह को अपना हक ना समझिए। देश के कानून को मानिए, व्यवस्था का आनंद लीजिए। खुश रहिए और दूसरों को भी रहने दीजिए। अगर सच में आपको इस देश से प्यार है तो आप हमारे साथ खड़े होकर कॉमन सिविल कोड के लिए लड़िए।  मुस्लिम महिलाओं के हक में खड़े हो जाइये।

थरूर साहब 2019 में बीजेपी सत्ता में आयी तो हम आपके सपनों का हिंदू पाकिस्तान तो नही बनने देंगे। हम हिंदू हिंदुस्तान बनायेंगे। जहां हमारे राम लला का मंदिर भी होगा, अल्लाह का घर भी होगा। लेकिन भाई सड़कों पर नमाज ना पढ़ने देंगे, ये अच्छी बात नही है। हिंदू शांति, भाईचारे, प्रेम का धर्म है। अगर हिंदुस्तान को पाकिस्तान बनने से बचाना है तो हिंदूओं को हिंदू हिंदुस्तान बनाना ही होगा तभी देश में शांति होगी।

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