सियासत में परिवारवाद के किले में बेटियों और बहुओं की सेंध – एस एन द्विवेदी

एस एन द्विवेदी

सियासत में समरसता होनी बहुत जरूरी है. फिर चाहें परिवारवाद का मुद्दा हो या अपराधियों को संरक्षण देने का. बिहार एक ऐसा राज्य है जिसने चंपारण से गाँधी को ‘गाँधी’ बनाया तो समाजवाद को जय प्रकाश और लोहिया जैसे योद्धा दिए. इसी राज्य ने परिवारवाद का वो रूप देखा जो राजनीति में शायद उसके पहले सोचना भी असंभव था, जी हाँ हम बात कर रहे है लालू प्रसाद यादव की जब उन्होंने जेल जाने से पहले अपनी अशिक्षित पत्नी को अपनी राजनीतिक विरासत सौंपी थी. यानी राबड़ी देवी.

पर अब सियासत में परिवारवाद कोई नया नहीं है, अकसर यही देखने को मिलता है कि दिग्गज नेताओं के बाद उनके बेटे या फिर पत्नी दावेदारी करते नजर आते हैं. पर इस बार बिहार चुनाव में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है, जहां बेटियों और बहुओं को ने भी इस परिवारवाद की पताका को फहराने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है.

बेटी को राजनीतिक विरासत सौंपने वालों में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव का भी नाम है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी नेता जयप्रकाश नारायण यादव की बेटी दिव्या प्रकाश इस चुनाव में आरजेडी के टिकट पर तारापुर सीट से उम्मीदवारी करेंगी।

सीपीआई के पूर्व सांसद स्वर्गीय कमला मिश्र मधुकर की बेटी शालिनी मिश्रा ने भी अपने पिता की राह पर चलते हुए राजनीति में एंट्री की है। शालिनी मिश्रा को जेडीयू ने पूर्वी चंपारण की केसरिया विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। जेडीयू में आने से पहले हालांकि शालिनी ने सीपीआई की सदस्यता ली थी। पर इसी साल फरवरी में उन्होंने सीपीआई का दामन छोड़ जेडीयू में चली गईं।

भाजपा नेता स्वर्गीय दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी सिंह नेशनल शूटर रही हैं और कॉमनवेल्थ गेम्स में देश के लिए स्वर्ण पदक भी जीता था। उन्होंने हाल ही में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है और पार्टी ने उन्हें जमुई विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है।

ऐसा नहीं है सिर्फ बेटियां ही मैदान में है बिहार चुनाव में बेटियों के साथ-साथ बहुओं पर भी विश्वास जताया गया है। इनमें डॉक्टर निक्की हेम्ब्रम का नाम सबसे अहम है। उनको बीजेपी ने कटोरिया विधानसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।

बिहार सरकार में मंत्री कपिलदेव कामत की जगह उनके छोटे बेटे की पत्नी मीणा कामत इस बार जेडीयू की उम्मीदवार हैं। बाबू बरही सीट से उन्हें टिकट दिया गया है।

बिहार सरकार के पूर्व मंत्री स्वर्गीय आदित्य सिंह की बहू नीतू सिंह हिसुआ विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी से चुनाव मैदान में उतर रही हैं। नीतू के पति शेखर सिंह उर्फ पप्पू सिंह की छवि दबंग के तौर पर रही है।

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