झारखंड में भोजपुरी, मैथिली, मगही और अंगिका को मिला दूसरी भाषा का दर्जा

झारखंड सरकार ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में लंबे समय से अनेक समुदायों की चल रही मांग को पूरा करते हुए भोजपुरी, मैथिली, मगही एवं अंगिका को राज्य की दूसरी भाषा का दर्जा दे दिया. मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय का फैसला लिया गया.

इसके लिए मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास, मंत्री द्वय सर्वश्री सी. पी. सिंह एवं सर्वश्री सरयू राय को साहित्य अकादमी के सदस्य अजीत दुबे ने धन्यवाद दिया।

मंत्री परिषद की बैठक में मगही, भोजपुरी, मैथिली तथा अंगिका को झारखंड राज्य की द्वितीय भाषा घोषित करने के लिए बिहार राजभाषा (झारखंड संशोधन) अध्यादेश 2018 के प्रारूप को स्वीकृति दी गई.

मंत्रिपरिषद ने विशिष्ट इंडिया रिजर्व (आदिम जनजाति) बटालियन का मुख्यालय दुमका की जगह पाकुड़ किये जाने को मंजूरी दी. वर्ष 2015 में विशिष्ट इंडिया रिजर्व (आदिम जनजाति) बटालियन का गठन किया गया था |

झारखंड विधानसभा सदस्यों का वेतन भत्ता और पेंशन नियमावली 2015 में संशोधन को मंजूरी दी है.

अग्निशमन सेवा के लिए आपदा प्रबंधन के द्वारा रांची शहर के लिए 55 मीटर की ऊंचाई का एक और जमशेदपुर और धनबाद शहर के लिए 42 मीटर की ऊंचाई का एक-एक हाइड्रोलिक प्लेटफार्म खरीद करने की स्वीकृति दी गयी है.

वित्तीय वर्ष 2017-18 में विश्वविद्यालयों हेतु राज्य के प्रत्येक जिले में चरणबद्ध तरीके से  बहुउद्देशीय  परीक्षा भवन के निर्माण हेतु राशि   48 करोड़ 72 लाख 25 हजार  रुपये  मात्र की प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है.र नगर पंचायत बनाने को स्वीकृति दी गयी है.

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