चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष पर स्मारिका का विमोचन

सोमवार दिनांक 3 अप्रेैल 2017 को अशोका रोड स्थित बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी अध्यक्ष माननीय अमित शाह के हाथों से ‘चम्पारण सत्याग्रह’ के सौ साल नामक स्मारिका का विमोचन किया गया। विमोचन करते हुई श्री अमित शाह ने बताया कि यह स्मारिका सही अर्थों में आज के युवाओं के लिए गांधी जी के मूल्यों का एक तरह से दिशानिर्देश करेगी। स्मारिका के विषय वस्तु एवं उसकी प्रस्तुति की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि आज का युवा अपनी बात सीधे-सीधे कहना और सुनना पसंद करते हैं, और यह स्मारिका गांधी जी के संदेशों को सहजता से रखने में पूरी तरह समर्थ है। स्मारिका उस जटिल परिस्थिति की भी चर्चा करती है जिसमें सत्य अंहिंसा के जरिए कोई ठोस समाधान पाया जा सके। इस मौके पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को उदृत करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के स्वच्छता अभियान को भी प्रधानमंत्री ने धरातल पर उतारा है। स्वच्छता अभियान चम्पारण आंदोलन का भी एक अभिन्न हिस्सा था। उन्होंने कहा कि यह वर्ष चम्पारण सत्याग्रह के सौ वर्ष पूरा करने के प्रति समर्पित है और भारत सरकार का हर मंत्रालय पूरे इस एक साल को शताब्दी वर्ष मना रहा है। ऐसे में इस स्मारिका की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है।

उन्नत भारत के बैनर तले स्मारिका का प्रकाशन किया गया है। इस मौके पर उन्नत भारत के अध्यक्ष अभिषेक मिश्र, स्मारिका के संपादक उपेन्द्र चौधरी, कार्यकारी संपादक ब्रजेन्द्र नाथ झा, सलाहकार संपादक मदन झा, नमामिभारत के संपादक दिग्विजय चतुर्वेदी, सहारा न्यूज नेटवर्क के वरीष्ठ पत्रकार मुकुन्द बिहारी, बीजेपी एससी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री संजय निर्मल, बीजेपी नेता विनोद कुमार बिन्नी, बीजेपी के संदीप दुबे, नवीन सिन्हा और राहुल झा उपस्थित रहे। विमोचन समारोह के दरम्यान एससी मोर्चा के महामंत्री संजय निर्मल ने कहा कि गांधी जी को हमेशा दलितों के उद्धारक के रूप में प्रसारित प्रचारित किया जाता रहा है, लेकिन यह समारिका इस अवघारणा को आगे ले जाते हुए बताती है कि गांधी जी का दलित सिर्फ जाति नहीं था। बल्कि अंग्रेजी हकूमक के पैरों तले दमन किया जाता हर भारतीय था।

बता दें कि चम्पारण से ही गांधीजी ने अपना पहला ‘सत्याग्रह’ आंदोलन की शुरुआत की थी। गांधी जी ने क्रूरता और दमन पर उतारू अंग्रेजी शासन को समाप्त करने के लिए इसी चम्पारण को चुना और गांधी जी का पहला ‘सत्याग्रह’ अंग्रेजी हुकूमत पर भारी पड़ा। गांधी जी के नेतृत्व में चंपारण सत्याग्रह का आज सौ साल पुरा हो चुका है। लिहाजा उन्नत भारत के बैनर तले ‘चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष’ पर एक स्मारिका का प्रकाशन किया गया। जिसके संरक्षक संपादक सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक श्री विन्देश्वरी पाठक, संपादक उपेन्द्र चौधरी, कार्यकारी संपादक ब्रजेन्द्र नाथ झा और प्रबंध संपादक अभिषेक मिश्र हैं। स्मारिका निकालने के पीछे उन्नत भारत का एक ही उद्देश्य है कि गांधी जी की कर्मभूमि चंपारण और यहां के किसानों के द्वारा चलाये गए आंदोलन से आज की नई पीढ़ी को रू-ब-रू कराया जा सके।

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