शराबबंदी से ही देश का होगा विकास : सीएम नीतीश

दरभंगा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार ही नहीं, देश के विकास के लिए शराबंदी जरूरी है. हमें चीन से प्रेरणा लेनी चाहिए. एक समय चीन में अफीम का बड़ा दौर था. चीन दुनिया की शक्तिशाली व विकसित राष्ट्र तक बना सका, जब वहां के लोग अफीम से ऊपर उठे. मुख्यमंत्री नेहरू स्टेडियम में चेतना सभा को संबोधित कर रहे थे. वह गुरुवार को निश्चय यात्रा के दूसरे चरण के तहत यहां पहुंचे थे.

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी से सूबे का वातावरण बदला है. जिन हाथों में शराब की बोतलें हुआ करती थीं, उनमें अब सब्जी के थैले होते हैं. उन्होंने कहा कि कानून की अपनी सीमा है, इसलिए इस मुद्दे पर जन जागृति व जन सहयोग जरूरी है. जन चेतना से ही इसे सफलता मिल सकती है.

शराबबंदी के बाद राजस्व में आयी गिरावट के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने कहा कि एक राह बंद हुई, तो कई नये रास्ते खुल गये. सात महीने में दूध की बिक्री में 11% वृद्धि हुई है. रसगुल्ला का कारोबार 16.7%, पेड़ा 15.5%, गुलाब जामुन 15.24% बढ़ा. इसी तरह प्लास्टिक निर्मित सामग्री से 65%, होजियरी रेडिमेड से 44%, उपकस्कर फर्निचर से 20% टैक्स का इजाफा हुआ है.

अपनी निश्चय यात्रा के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए सीएम ने कहा कि मेरी शुरू से आदत रही है कि अपनी योजना को पूर्ण रूप से धरातल पर उतारने के लिए खुद नजर रखूं. जमीन पर योजना कैसी चल रही है, कठिनाई तो नहीं है, इसी को लेकर इस यात्रा पर निकला हूं. इस यात्रा से नयी दृष्टि भी मिली है, तो नयी ऊर्जा का भी संचार हुआ है. चुनाव पूर्व घोषणा पत्र में हमने सात सूत्र नहीं, सात निश्चयों की बात कही. इसमें गांव की गरीब जनता से लेकर बेरोजगार, नौजवान और महिलाओं के समग्र विकास का खाका खींचा गया है. इस पर अमल आरंभ हो गया है.

उन्होंने पुलिस भरती में पहले से ही महिलाओं को 35% आरक्षण दिया जा रहा है. अब बिहार की किसी भी सरकारी नियुक्ति में महिलाओं के लिए 35% सीटें आरक्षित कर दी गयी हैं. हर घर नल का जल, हर गली पक्की व पक्का नाला, हर घर बिजली पर काम आरंभ हो गया है. पैसे की कहीं कोई कमी नहीं है. इसके लिए हमने अलग से फंड बना दिया है.

बिहार की सबसे बड़ी पूंजी युवा हैं. मेधा रहने के बावजूद अवसर नहीं मिल पाता. 12वीं के बाद 13% बच्चे ही आगे की पढ़ाई करते हैं. ऐसे बच्चों के लिए चार लाख रुपये तक का क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा. इसके लिए सरकार ने बैंकों को गारंटी दी है. जिले में कार्यालय खुल चुका है. आप उसमें अपना आवेदन दें. बैंक से कार्ड मिलेगा. 20 से 25 वर्ष के नौजवानों को रोजगार की तलाश के लिए दो वर्ष तक एक हजार का स्वयं सहायता भत्ता दिया जायेगा. कौशल व्यवहार केंद्र में उन्हें कंप्यूटर, अंगरेजी के साथ ही व्यक्तित्व विकास की शिक्षा दी जायेगी. वादे के अनुरूप हमने काम शुरू कर दिया है. आप सभी उसका लाभ उठाएं. अपना जीवन बेहतर करें. जब आपका जीवन बेहतर होगा, तभी सूबे की सूरत बेहतर होगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की पुरानी मानव सभ्यता रही है. गौरवपूर्ण इतिहास रहा है. सद्भाव के माहौल को बरकरार रख कर हम फिर से बिहार को प्राचीन गौरवशाली मुकाम पर निश्चित रूप से पहुंचायेंगे. इसके लिए जन सहयोग व जन जागृति जरूरी है.

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