बेनामी संपत्ति पर भी केंद्र करे कार्रवाई : नीतीश

मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 500 व 1000 रुपये के नोट को बंद किये जाने की सराहना की और कहा कि हम तो इस कदम के हिमायती हैं. इससे काला धन बरबाद होगा. दो नंबरी रुपये रखनेवाले नहीं बच सकेंगे, लेकिन यह काले धन के खिलाफ अंतिम कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.

केंद्र को जल्द ही बेनामी संपत्ति पर भी वार करना होगा, तभी सही मायनों में अमीरी-गरीबी की खाई कम होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि नोटबंदी में इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए कि इससे जरूरतमंद लोगों को परेशानी नहीं हो. इसके लिए ठोस रणनीति बननी चाहिए. वह अपनी निश्चय यात्रा के दूसरे चरण के पहले दिन यहां वाटसन स्कूल मैदान में आयोजित चेतना सभा को संबोधित कर रहे थे. एक साल में सातों निश्चयों पर काम शुरू मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय से बिहार सामाजिक परिवर्तन की राह पर है. यह समाज से जुड़ा अभियान है. केंद्र सरकार शहर को स्मार्ट बना रही है. हमने गांवों को सात निश्चय के तहत स्मार्ट बनाने की पहल शुरू की है. हमने चुनाव से पहले महागंठबंधन का साझा घोषणा पत्र जारी किया गया था. इसमें सात निश्चय की बात भी थी. चुनाव के दौरान व उससे पहले हमने लोगों के घरों में बिजली, गांवों में सड़क व शौचालय बनाने के वादा किया था. सरकार बने एक साल हुआ है और हमने इसे धरातल पर उतराने का काम शुरू कर दिया है.

उन्होंने कहा कि शराबबंदी का हर ओर असर दिख रहा है. कल तक शराब पीकर घर जानेवाले अब सब्जी व घरेलू सामान के साथ घर लौट रहे हैं. दूध की खपत बढ़ गयी है. लोग अब अपने बच्चों के लिए मिठाई व पेड़ा की खरीद कर रहे हैं. अपराध में कमी आयी है. शराब के कारोबार में लिप्त रहनेवाले जेल जा रहे हैं. उन्होंने लोगों को संकल्प दिलाते हुए कहा कि सामाजिक चेतना में सब मिल कर सहयोग करें. शराबबंदी जनचेतना है. कानून अपना काम कर रहा है. इसमें लापरवाही बरतनेवाले अधिकारी भी अधिक दिनों तक नहीं बच सकते. ऐसे लोग सावधान रहें. यह अभियान सौ फीसदी तभी कारगर होगा, जब आम लोग इसमें सहयोग करेंगे.

उन्होंने विरोधियों पर वार करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल चुनाव से पहले बड़े वादे करते हैं, लेकिन उन्हें पूरा नहीं करते हैं. चुनाव बाद कहते हैं कि वह तो जुमला था, लेकिन हम जुमलेबाज नहीं हैं. हम वही वादा करते हैं, जिसे पूरा करने की क्षमता होती है. किये गये वादे को हर हाल में पूरा करते हैं.

सभा में वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी, पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत, सहकारिता मंत्री आलोक कुमार मेहता, राजस्व मंत्री मदन मोहन झा, विधायक समीर कुमार महासेठ, डॉ फैयाज अहमद, सीता राम यादव, लक्ष्मेश्वर राय, गुलजार देवी, राम लखन राम रमण, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर, डीएम गिरिवर दयाल सिंह, डीडीसी हाकिम प्रसाद, संजय कुमार झा, शीतलांबर झा, अब्दुल कयूम, रामबहादुर यादव आदि मौजूद रहे.

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