नीतीश का बड़ा बयान, नोटबंदी को बताया साहसिक कदम

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि नोटबंदी से देश को अल्टीमेट (अंतत:) फायदा होगा. यह साहसिक कदम है. विधानसभा की कार्यवाही के बाद अपने कक्ष में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री अगर काले धन पर पूरी तरह से अंकुश लगाना चाहते हैं, तो उन्हें इससे आगे बढ़ना होगा. काला धन रोकने के लिए सभी तरह की बेनामी संपत्ति, जिसमें जमीन-जायदाद, सोना व हीरा पर भी चोट करनी होगी. इसका तीसरा स्टेप शराबबंदी होगी. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी शराब को अनैतिक कारोबार ही मानते थे. काला धन रोकने के लिए इन तीनों पर चोट करनी होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा हम नोटबंदी के पक्षधर हैं. लेकिन, जनता को जो तकलीफ हो रही है, वह साबित करता है कि इसकी पहले से और सही तौर से तैयारी नहीं की गयी थी. उन्होंने कहा कि बिहार में हमने जो भी काम किया, पूरी तैयारी करके किया. चाहे वह स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड हो या डीसीसी केंद्र की स्थापना. सीएम ने कहा कि अधिकतर पार्टियां नोटबंदी के पक्ष में हैं. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक-एक प्वाइंट रख दिया है. वह नोटबंदी के पक्षधर हैं. वे इसके रॉलबैक (वापस लेने) के पक्ष में नहीं हैं.

लेकिन, इसे लागू करने के पहले छोटे नोटों की चेन सप्लाइ को ठीक करना चाहिए. उन्होंने बताया कि बिहार में भी भ्रष्टाचार पर किया गया है. कई अधिकारियों की संपत्ति जब्त की गयी है. उनके घरों में विद्यालय खोले गये हैं. दो दिन पहले भी भ्रष्टाचार को लेकर एक अधिकारी की संपत्ति जब्त कर उस पर बालगृह खोलने का आदेश दिया गया है. केंद्र सरकार भी अगर काले धन पर रोक लगाना चाहती है, तो बेनामी संपत्ति पर चोट करे. दो-तीन स्तर पर जांच करने पर जमीन के बारे में जानकारी मिल जायेगी. उन्होंने कहा कि काले धन के खिलाफ एक कदम भी आगे बढ़ता है, तो हम इसका समर्थन करेंगे. अगर दो नंबर का पैसा डूबता है, तो इसका फायदा होगा. एक सवाल पर उन्होंने कहा कि नोटबंदी को लेकर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के धरना की कोई सूचना मेरे पास नहीं है. ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति से मिलने के पहले मुझसे फोन पर बात की थी.

फोन पर ही उनको बता दिया कि नोटबंदी पर राष्ट्रपति ने ही सहमति दे दी है. उनको मैंने अपना पक्ष बता दिया कि नोटबंदी सही है. यह भी सच है कि जनता को तकलीफ हो रही है. जो बात सही लगती है, उसका हम समर्थन करते हैं. एनडीए में रह कर भी हमने राष्ट्रपति चुनाव में प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था.

गंठबंधन बिहार के लिए है, बाहर के लिए नहीं : नीतीश कुमार ने एक सवाल के जवाब में बताया कि महागंठबंधन में कोई विरोध नहीं है. एलायंस बिहार के लिए है. कांग्रेस नेता सीपी जोशी का बयान ठीक है.

उन्होंने भी कहा था कि बिहार में एलायंस है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी का बयान सही है. उन्होंने सही कहा है कि पार्टी के निर्देश पर बिहार में एलायंस है. पार्टी का निर्णय होगा, तो आगे उसके निर्देश पर काम होगा. बिहार में महागंठबंधन की सरकार कॉमन एजेंडे पर काम कर रही है. यहां अगर कोई शराबबंदी या सात निश्चय के खिलाफ काम करता है, तो विरोध समझ में आयेगा. पर, ऐसा तो कुछ नहीं है कि विरोध दिखेगा. कोई बता दे कि यहां कोई माइनर चूक है.

चाहने से कोई पीएम नहीं बन जाता : सीएम ने कहा कि मुझको जबरिया पीएम का उम्मीदवार बनाया जा रहा है. किसी के इंप्रेशन बनाने से कोई पीएम बनता है क्या? मैं तो पहले ही अध्यक्ष बन जाता. जॉर्ज साहब तो पहले से ही अध्यक्ष बनाना चाहते थे. पार्टी वाले (जदयू) मुझे पीएम पद का उम्मीदवार बोलते हैं, तो अपना मनोबल ठीक रखने के लिए बोलते हैं. चाहने से कोई पीएम नहीं बनता.

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