तमिल संकट: तीन और सांसद पनीरसेल्वम के समर्थन में, शशिकला के लिए खतरे की घंटी

चेन्नई : पनीरसेल्वम के समर्थन में अन्नाद्रमुक के नेताओं की संख्या बढ़ती जा रही है. शशिकला ने जहां मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए रिजार्ट में विधायकों को ठहराया है. वहीं पार्टी के अंदर बड़े नेता एक -एक करके पनीरसेल्वम के गुट में शामिल हो रहे हैं. शनिवार को शिक्षा मंत्री के पंडराजन और पार्टी के प्रवक्ता सी पूनियन ने पनीरसेल्वम के समर्थन की घोषणा की. वहीं आज रविवार की सुबह होते ही कई अन्य कद्दावर नेता पनीर के गुट में शामिल हो गये. वेल्लोर से एमपी सेंगुट्वन और थोडाकुड्डी के सांसद जयसिंह भी पनीरसेल्वम के समर्थन में उतरे. पेरंबलूर से सांसद आर. पी. मरतराजा भी पनीरसेल्वम खेमे में शामिल हो गये है. पनीरसेल्वम को समर्थन देने वालों में एमजी रामचंद्रन के रिश्तेदार दिलीप रामचंद्रन और रामचंद्रन की पत्नी जानकी भी शामिल है.
इससे घबरायी शशिकला ने परोक्ष चेतावनी दी कि मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण नहीं होने पर अब धैर्य जवाब दे रहा है. निष्पक्षता एवं लोकतंत्र में अपने विश्वास के चलते हमने सब्र किया है. हमारे अंदर एक सीमा तक ही सब्र हो सकता है, उसके बाद तो हम तय करेंगे कि हम क्या करेंगे. उन्होंने रविवार को प्रदर्शन करने की भी धमकी दी है. इस बीच, पुलिस ने राजधानी चेन्नई में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. इससे पहले, शशिकला ने राज्यपाल सी विद्यासागर राव को पत्र लिख कर उन्हें यथाशीघ्र मुख्यमंत्री की शपथ दिलाने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि वह उनके सामने अपने समर्थक विधायकों की परेड कराने को भी तैयार हैं. उन्होंने अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता चुने जाने के प्रस्ताव की प्रति भी उन्हें सौंपी.

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