उत्कट आत्मीयता है संघ कार्य का आधार : डॉ. मोहन भागवत जी

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने रविवार को केशव स्मारक समिति के नए भवन (केशव कुंज, संघ कार्यालय) के निर्माण का भूमि पूजन व शिलान्यास किया. कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए सरसंघचालक जी ने कहा कि जब संघ की शुरुआत हुई थी, तब संघ के पास साधन नहीं थे और आज भी साधनहीन अवस्था में काम करना ही संघ की शक्ति भी है और स्वभाव भी. देश, राष्ट्र, समाज उसका दुःख, उसकी दुरावस्था ने संघ को प्रेरित किया ठीक उसी तरह जैसे किसी अपने को संकट में देख कर आदमी बिना विचार किए दौड़ पड़ता है, वैसे ही संघ दौड़ पड़ा और यही उत्कट आत्मीयता आज भी संघ परिवार को अपने लक्ष्य से भटकने नहीं दे रही. श्री भागवत ने कहा कि आज भी संघ परिवार को किसी साधन की आवश्यकता नहीं है. img-20161114-wa0009

केशव कुंज के इस भवन में संघ का कार्यालय होगा लेकिन ये कार्यालय उसी प्रकार होगा जैसे सेवा कार्य करने वाले न्यास भवन होते हैं. श्री भागवत ने स्वयंसेवकों से अपील की है कि बनने वाले इस नए भवन के अंदर भी वो वैसी ही व्यवस्था बनाए जो ना केवल स्वयंसेवकों के लिए बल्कि समाज के सभी लोगों के लिए एक पवित्रता का, प्रेरणा का, शुचिता का और आत्मीयता का केंद्र बने.

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कार्यक्रम में सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी जी, दिल्ली प्रांत संघचालक कुलभूषण आहुजा जी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण अडवाणी जी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ जी, अमित शाह जी, केशव समारक समिति के अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल जी, महामंत्री मूलचंद जैन जी, प्रांत कार्यवाह भारत भूषण जी सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे.

कार्यक्रम के पश्चात केशव स्मारक समिति के उपाध्यक्ष आलोक कुमार जी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रस्तावित भवन सात मंजिला होगा और इसका निर्माण कार्य पूरा होने में में लगभग तीन वर्ष का समय लगेगा। नए भवन में संघ का क्षेत्रीय कार्यालय तथा दिल्ली प्रांत का कार्यालय रहेगा।

संघ कार्य के विस्तार के साथ ही पुराने भवन में स्थान की कमी अनुभव की जा रही थी, इसके अलावा पुराने भवन का निर्माण हुए काफी समय भी हो गया था और अब वह जीर्ण शीर्ण हो रहा था। इसलिए नए भवन के निर्माण का निर्णय लिया गया। दिल्ली में संघ के लगभग एक लाख से अधिक स्वयंसेवक हैं। इस भवन की लागत उनके सहयोग से वहन की जाएगी। कुल मिलाकर 3.5 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में निर्माण होगा। 700 गाड़ियों की पार्किंग के लिए पर्याप्त सुविधाओं के अलावा प्रस्तावित भवन में तीन ब्लॉक होंगे। विभिन्न प्रकार की गतिविधियों व काम—काज की जरूरतों के अनुरूप इन खंडों में प्रशासन, प्रकाशन, पुस्तकालय, अभिलेखागार, कंप्यूटर सुविधाएं, बैठक कक्ष, स्वागत कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष, पुस्तकों के विक्रय के लिए काउंटर, संगोष्ठी कक्ष, कार्यालय, रसोई, भोजनालय, चिकित्सा सुविधाएं, अतिथि कक्ष व कर्मचारियों के लिए आवास की सुविधा उपलब्ध रहेगी। जिस भूखंड पर इस भवन का निर्माण किया जा रहा है वह 1947 में तत्कालीन सरसंघचालक श्री गुरूजी को मिला था। उस समय इस जमीन का बहुत सा हिस्सा निचले क्षेत्र में था जिससे यहां बरसात के दिनों में जगह-जगह पानी एकत्र हो जाता था। आरंभ में इस जगह कुछ अस्थायी निर्माण कर इसका उपयोग दिल्ली, पंजाब, जम्मू व कश्मीर (उस समय हिमाचल प्रदेश व हरियाणा भी पंजाब प्रांत का ही हिस्सा थे) प्रांतों के क्षेत्रीय कार्यालय के रूप में होता था।

श्री गुरूजी ने 1972 में इस संपत्ति के सभी अधिकार श्री केशव स्मारक समिति को स्थानांतरित कर दिए। यह समिति सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के अंतर्गत जन परोपकार के लिए गठित की गई थी। श्री केशव स्मारक समिति ने इस जगह एक सभा कक्ष, एक ओर दो मंजिला भवन तथा दूसरी ओर एक मंजिला भवन का निर्माण किया। देशबंधु गुप्ता मार्ग की ओर बने भवन को कार्यालय के रूप में निर्मित किया गया। इसके बाद दो मंजिला भवन में एक और तल का निर्माण भी किया गया था। श्री केशव स्मारक समिति विभिन्न प्रकार की जन कल्याण गतिविधियां चलाती है जिनमें एक पुस्तकालय व वाचनालय, एक नि:शुल्क डिस्पेंसरी जिसमें ओपीडी सुविधा है, वोकेशनल प्रशिक्षण केंद्र आदि शामिल हैं। इसी पुराने भवन से संघ के क्षेत्रीय कार्यालय व दिल्ली प्रांत कार्यालय भी अपना कार्य करते रहे हैं। अब इस भवन के स्थान पर नए भवन का निर्माण किया जाएगा।

भवन के निर्माण पर करीब 70 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है और तीन साल में निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है. नए भवन में दिल्ली प्रांत कार्यालय, केंद्रीय व क्षेत्र कार्यालय, प्रचार विभाग की आवश्यकता के अनुसार कार्यालय, व आवास व्यवस्था, पुस्तकालय, डिस्पेंसरी भी होगी.

नए भवन के निर्माण के लिए नक्शा पास करवाने के साथ ही समस्त विभागों से अनुमति लेने की प्रक्रिया वर्ष 2013 में शुरू की गई थी. जो अब 2016 में पूरी होने के पश्चात निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है. दिल्ली में एक लाख के करीब स्वयंसेवक व संघ हितैषी हैं, समय व आवश्यकता अनुसार भवन निर्माण के लिए उनसे ही राशि एकत्रित की जाएगी.

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