कुशवाहा मांगे सीएम का पद, होंगी महागठबंधन से राहें अलग?

बिहार अपडेट, पटना- आगामी विधानसभा चुनावों में रालोसपा और महागठबंधन की राहें जुदा होने जा रहीं हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने आरएलएसपी की आपात बैठक में इस बात के स्पष्ट संकेत दे दिए हैं। बात अगर महज सीटों के बंटवारे की होती तो भी सुलह की उम्मीद थी। लेकिन बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राज्य कार्यकारिणी के साथ ही राष्ट्रीय, प्रदेश के सभी पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों ने नारेबाजी के साथ उपेंद्र कुशवाहा को सीएम कंडीडेट के रूप में पेश कर दिया।

बैठक में आरजेडी के एकतरफा फैसलों की निंदा करके रालोसपा ने महागठबंधन विशेषकर राजद को स्पष्ट संकेत दे दिया है कि महागठबंधन में नीतियां, नेतृत्व और साझा अभियान होना चाहिए।

इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को कोई भी निर्णय लेने के लिये अधिकृत कर दिया है। कुशवाहा अब उचित समय पर तय करेंगे कि वह वर्तमान गठबंधन को छोड़कर एनडीए में जायेंगे अथवा कोई और राह पकड़ेंगे।

रालोसपा प्रमुख सह पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने महागठबंधन से नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्टी को सम्मान नहीं मिल रहा है। हमने बहुत कोशिश की पर सम्मानजनक तरीके से सीटों का बंटवारा नहीं हो रहा है। राजद नेतृत्व एकतरफा फैसले ले रहा है।

कांग्रेस, वीआइपी, वामदल आदि का नाम लिये बिना कहा कि विभिन्न घटक दलों के बीच नेतृत्व के नाम पर भी मतभिन्नता है। ऐसे में अब वक्त आ गया है कि हम फैसला लें। उन्होंने कहा सही समय पर प्रदेश और कार्यकर्ताओं के हित के लिए निर्णय लूंगा।

Advertise with us