सिमी के आठ आतंकियों के फरार होने के बाद बढ़ी बिहार के जेलों की सुरक्षा

भोपाल जेल से सिमी के 8 आतंकवादियों के फरार होने के बाद पटना के बेऊर जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पटना के आदर्श बेउर जेल में 10 खुंखार आतंकवादी बंद है, ये सभी पटना के गांधी मैदान और बोधगया ब्लास्ट के आरोपी हैं. इनमें से कई आतंकलादियों का संबंध सिमी से रहा है. जेल सूत्रों के मुताबकि इन 10 आतंकवादियों को जेल के सबसे सुरक्षित और मजबूत सेल में अलग रखा गया है.

इनके सेल के आसपास की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है. साथ ही जेल की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. इन 10 आतंकियों से किसी से मिलने जुलने की इजाजत नही हैं. 7 जुलाई 1913 को बोधगया मंदिर में सीरियल ब्लास्ट किया गया था. जिसमें 2 बौद्ध भिक्षुकों सहित 5 लोग घायल हो गए थे. बोधगया मंदिर परिसर में 10 सीरियल ब्लास्ट किए गए थे. इसी तरह पटना के गांधी मैदान में 27 अक्टूबर 2013 को बीजेपी के हुंकार रैली में भी आतंकवादियों द्वारा सीरियल ब्लास्ट किया गया था. गांधी मैदान में किए गए सीरियल ब्लास्ट के समय गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान के प्रधानमंत्री गांधी मैदान में मौजूद थे. इस आतंकी हमले में 6 लोगों की मौत हो गई थी. इस धमाके में संलिप्त आतंकी भी पटना के बेउर जेल में बंद हैं.

भोपाल के सेंट्रल जेल से सिमी के आठ आतंकी के फरार होने के बाद से गृह विभाग ने बिहार के तमाम जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी है. किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के सख्त निर्देश दिए हैं. गृह विभाग ने बिहार में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. पटना के बेऊर जेल में सोमवार सुबह से ही आतंकी वार्ड के बाहर से लेकर जेल के आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. सुरक्षा व्यवस्था ऐसी कि परिंदे भी बिन इजाजत पर नहीं मार सकें. मिल रही जानकारी के अनुसार गृह विभाग ने सूबे के सभी डीएम और एसपी को पत्र लिखकर जिले के जेल की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

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