बिहार में राजस्व प्राप्ति 16.23 प्रतिशत कम रहने पर सुशील मोदी ने उठाया सवाल

पटना : बिहार में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राज्य में दूसरी तिमाही तक (सितंबर तक) कर राजस्व में 16.23 प्रतिशत की कमी आने पर सवाल उठाया है. सुशील मोदी ने बिहार के वित्तमंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी के उस बयान को भी खारिज कर दिया कि नोटबंदी की वजह से प्रदेश में कर संग्रह में कमी आयी है.

बिहार विधान परिषद स्थित अपने कक्ष में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुशील कुमार ने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वर्ष दूसरी तिमाही में कर राजस्व में 9.75 प्रतिशत की कमी आयी है. उन्होंने बिहार विधानमंडल में पारित बिहार विनियोग (संख्या 4) विधेयक 2016 के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत तक कर राजस्व में 16.23 प्रतिशत की कमी आयी है.

वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई से सितंबर तक होती है, जबकि नोटबंदी की घोषणा आठ नवंबर 2016 को की गयी. बिहार विधानसभा में कल उक्त विधेयक पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से अपने जवाब में सिद्दीकी ने कहा था कि नोटबंदी का बिहार में कर राजस्व पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और जीएसटी एक्ट केे लागू होने पर इसकी केंद्र द्वारा प्रतिपूर्ति में भी कमी आएगी.

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